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प्रेगनेंसी में बादाम खाने के फायदे: (Benefits of eating almonds during pregnancy in hindi)

by Bsocial Consultant on Jul 31, 2023

pregnancy me badam khane ke fayde

Health benefits of almonds in pregnancy: प्रेगनेंसी के वक्त ये बेहद ज़रूरी है कि हम हैल्थी आहार का सेवन करें। ताकि गर्भ में मौजूद बच्चा स्वस्थ और विकसित पैदा हो। गर्भ में मौजूद बच्चे के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के पदार्थों का सेवन बताया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बादाम का सेवन प्रेग्नन्सी में बेहद लाभदायक होता है। जी हां...बादाम खाने से प्रेगनेंसी के दौरान हमें प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा प्राप्त होती है। साथ ही बादाम गर्भवती महिला को कई अन्य समस्या से भी बचाता है। तो आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले है प्रेगनेंसी में बादाम खाने के फायदे। 

बादाम का सेवन क्यूँ ज़रूरी है: (Why is it important to consume almonds in hindi)

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपने आहार का विशेष रूप से ध्यान रखना होता है। और उन्हें स्वस्थ व पोषण भरे आहार खाने की सलाह दी जाती है। क्यूंकि इस दौरान बच्चे का विकास होता है। इसीलिए उन पदार्थों का सेवन बेहद ज़रूरी है। जिससे भ्रूण का विकास बेहतर तरीके से हो। (प्रेग्नन्सी में बादाम खाने के फायदे)

प्रेगनेंसी में हरी सब्जियां , दाल , मौसम के फल , ड्राइ फ्रूट्स आदि आहार का सेवन अपनी डाईट में शामिल करना चाहिए । डॉक्टर और एक्स्पर्ट्स का मानना है कि आपको प्रेगनेंसी के दौरान ड्राइ फ्रूट्स जैसे कि बादाम आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। क्यूंकि इसके अंदर फायबर की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। जिससे ये आपको पेट संबंधी समस्या में राहत देता है। इसीलिए ये पाचन क्रिया के लिए भी फायदेमंद है। और शरीर को ऊर्जा भी देते है।  इसके अलावा इसमें प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और मैग्नीशियम भी होता है, जो भ्रूण के विकास के लिए जरूरी है। 

प्रेग्नन्सी में बादाम के सेवन का सही तरीका : (Right way to consume almonds during pregnancy in hindi)

बादाम कैसे खाना चाहिए- बादाम का सेवन रात भर पानी में भिगोकर करना चाहिए। भिगोकर खाने से बादाम का फैटी एसिड हट जाता है। जिसकी वजह से इसके जरूरी पोषक तत्व हमारा शरीर आसानी से ले पाता है। और इसमें मौजूद जिंक और आयरन की मात्रा भी शरीर को ठीक से मिल पाती है।

बादाम कब खाना चाहिए- बादाम के सेवन का सही तरीका है इसे रोजाना सुबह खाली पेट खाना। इससे बादाम के पोषक तत्व आपको भरपूर तरीके से मिल पाते हैं। 

बादाम कितना खाना चाहिए- गर्भवती महिला का एक दिन में 5-6 बादाम खाना शरीर के लिए उचित होता है। इससे अधिक मात्रा में बादाम का सेवन न करें। वरना आपको समस्या हो सकती है।

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प्रेगनेंसी में क्यूँ पीना चाहिए बादाम का दूध: (Why should you drink almond milk during pregnancy in hindi?)

प्रेगनेंसी में बादाम वाला दूध पीने से बॉडी को भरपूर एनर्जी मिलती है। इससे कमजोरी दूर होती है। बादाम वाला दूध बनाने के लिए। पानी में भीगी बादाम को पीस लें। इसे दूध में मिलाकर उबालें। इसमें इलायची पाउडर मिलाएं। और फिर इस दूध को गुनगुना करके पिएं। अपनी पसंद के अनुसार इसमें आप काजू या अंजीर जैसे हेल्दी नट्स भी मिला सकते हैं।

बादाम के पौष्टिक तत्व ( Nutritions in Almonds in Hindi)


पोषक तत्व

मात्रा प्रति 100 G

पानी

4.41 g

ऊर्जा

579 kcal

प्रोटीन

21.15 g

टोटल लिपिड (फैट)

49.93 g

कार्बोहाइड्रेट

21.55 g

फाइबर

12.5 g

टोटल शुगर

4.35 g

मिनरल्स

कैल्शियम, Ca

269 gm

आयरन, Fe

3.71 gm

मैग्नीशियम , Mg

270 gm

फास्फोरस, P

481 gm

पोटैशियम, K

733 gm

सोडियम, Na

1 mg

जिंक, Zn

3.12 mg

विटामिन्स

थाइमिन

0.205 mg

राइबोफ्लेविन

1.138 mg

नियासिन

3.618 mg

विटामिन बी -6

0.137 mg

फोलेट DFE

44 mg

विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)

25.63 mg

लिपिड

फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड

3.802 g

फैटी एसिड, टोटल मोनोसैचुरेटेड

31.551 g

फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड

12.329 g


प्रेगनेंसी में बादाम खाने के फायदे: (benefits of eating almonds during pregnancy in hindi)

  • बच्चे का गर्भ में विकास

बादाम फोलिक एसिड का एक बड़ा स्रोत है। जो गर्भावस्था के दौरान आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा शरीर को देता है। क्योंकि यह भ्रूण के न्यूरोलॉजिकल (neurological) विकास को बढ़ावा देता है। और जन्म संबंधी असामान्यताओं के जोखिम को कम करता है।

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  • गेस्टेशनल मधुमेह से बचाव 

बादाम आहार फाइबर से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और गेस्टेशनल मधुमेह से बचाने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे गर्भावस्था के दौरान हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को भी कम करते हैं। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बादाम खाने की अधिक सलाह दी जाती है। 

  • ऑक्सीडेटिव तनाव को रोके

बादाम में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसलिए, बादाम खाना गर्भावस्था के लिए अच्छा है। क्योंकि वे ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में सहायता करते हैं। जो गर्भावस्था के दौरान बड़ी समस्या पैदा कर सकता है। इसके अतिरिक्त, बादाम में बहुत अधिक मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो होने वाली गर्भवती महिला के हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। 

  • बच्चे की हड्डी का विकास

बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास के लिए आपको गर्भावस्था में बादाम जरूर शामिल करना चाहिए। क्योंकि बादाम में राइबोफ्लेविन होता है, जो बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, बादाम में कैल्शियम और मैंगनीज की मात्रा गर्भ में मौजूद बच्चे की हड्डियों के विकास में मदद करती है। 

  • मेटाबॉलिज्म बढ़ाए

गर्भावस्था के दौरान मां को अपने मेटाबॉलिज्म को तेज करने की सख्त जरूरत होती है। क्यूंकि खाने के ठीक से ना पच पाने से मधुमेह का खतरा और अनचाहा वजन बढ़ता है। और ये दोनों ही बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए हानिकारक हैं।

बादाम में मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट और फैट सभी खाए हुए पदार्थों को गति देने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, मैंगनीज थायरॉयड गतिविधि और ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखता है। इसलिए, जब मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने की बात आती है तो बादाम खाना गर्भावस्था के लिए अच्छा होता है।

  • एनीमिया से बचाव 

बादाम में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है। गर्भावस्था के दौरान आयरन की आवश्यकता बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान रक्त की मात्रा 50% बढ़ जाती है। और जब आयरन की भरपूर मात्रा शरीर में नही होती है। तो एनीमिया की समस्या होने की अधिक संभावना होती है।

इसलिए, गर्भावस्था के दौरान बादाम खाने से आयरन की दैनिक आवश्यकता का 6% मात्रा को पूरा किया जा सकता है। यह एनीमिया जैसी समस्याओं के उपचार में सहायता करता है। इसलिए बादाम गर्भावस्था के लिए बेहद अच्छा होता है।

  • पाचन में सुधार करता है 

बादाम में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है। जो मल त्याग करने में सहायता करता है। कब्ज एक आम समस्या है जो कई गर्भवती महिलाओं को हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान सीमित मात्रा में बादाम का सेवन। कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को रोकने में सहायक होता है। 

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  • सहनशक्ति प्रदान करें

गर्भावस्था के दौरान बादाम खाना महत्वपूर्ण है। क्योंकि बादाम प्रोटीन से भरपूर होते हैं। जो माँ को ताकत देकर और गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिल को उसकी सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं। चूंकि इस वक्त हॉर्मोनल इमबेलेन्स होना बेहद आम बात है। जिसमें बादाम आपको इस स्तिथि से छुटकारा दिलाता है। 

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क्या है प्रेगनेंसी में बादाम खाने के नुकसान: (side effects of Almonds during pregnancy in hindi)

  • जिन लोगों को बादाम से ऐलर्जी है। उन्हें इसके सेवन से फूड एलर्जी हो सकती है। इसलिए ऐसे लोग इसका सेवन करने से दूरी बनाएँ। 
  • प्रेग्नन्सी के दौरान अगर शरीर में कोई कोंपलिकैशन्स (समस्या) हैं, तो बादाम के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • बादाम में फाइबर होता है। ऐसे में इसका अधिक मात्रा में सेवन पेट फूलना, सूजन और ऐंठन जैसी समस्या भी पैदा कर सकता है।
  • एक अध्ययन के अनुसार बादाम में ऑक्सालेट कंपाउंड होता है, जिससे गुर्दे में पथरी यानि किड्नी स्टोन का जोखिम भी बढ़ सकता है ।
  • स्वाद में कड़वापन भी बादाम के नुकसान में ही आटा है। इससे शरीर में साइनाइड इंटरेक्शन (interaction) भी हो सकती है।  
  • बादाम का सेवन अधिक मात्रा में करने से वज़न की समस्या भी हो सकती है। 
  • वैसे तो बादाम विटामिन इ का बहुत याचा स्त्रोत है, लेकिन जायद मात्रा में सेवन विटामिन इ के ओवरडोस की समस्या भी पैदा कर सकता है। 
  • बादाम शरीर में एचसीएन (HCN) लेवल को बढ़ाता है। इससे सांस लेने में दिक्कत, नर्वस ब्रेकडाउन और दम घुटने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। 

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निष्कर्ष: (Conclusion)

प्रेगनेंसी के दौरान शरीर के प्रति सावधानी बरतना एवं सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है। हम क्या खा रहे हैं, हम क्या पी रहे हैं, और हम किस तरीके का खा रहे है…? ये सभी बातें बेहद ज़रूरी है। क्यूंकि प्रेग्नन्ट महिला की हर प्रक्रिया का प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। 


बात करें अगर खाने की तो इसमे ध्यान देना इसलिए भी ज़रूरी है। क्यूंकि हर आहार से मिलने वाले तत्व बच्चे तक भी पहुचते हैं। तो अगर हेल्थी पदार्थों का सेवन ना करने से।  इसका प्रभाव बच्चे के विकास पर भी अवश्य पड़ेगा। इसलिए आपको प्रेगनेंसी में कोई भी रिस्क लेने की आवश्यकता नही है। 


हेल्थी रहने के लिए आप हेल्थी आहार का सेवन करें। जैसे हरी सब्जियां, दाल , मौसम के फल, ड्राइ  फ्रूट्स आदि। साथ ही नियमित व्यायाम भी जरूर अपनी जीवनशैली मे शामिल करें। व्यायाम करने से शरीर का मानसिक विकास बना रहेगा और आप सक्रिय महसूस करेंगे। प्रेगनेंसी के दौरान आप बादाम का सेवन स्वाद के साथ बच्चे के उच्च विकास के लिए भी कर सकते है। कई बार मन मचलता है कुछ अलग स्वाद चखने को जो आपको तुरंत ऊर्जा भी प्रदान करे। ऐसे में आप बादाम को रोस्ट करके भी खा सकते हैं। । इसके लिए आप Healthy Master के ड्राइ फ्रूट्स की विभिन्न वराईटी जरूर आज़माएँ। 

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