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इन पदार्थों से मिलता है भरपूर मात्रा में विटामिन इ: (food items to gain Vitamin E)

by Bsocial Consultant on Jul 21, 2023

Vitamin E

(विटामिन इ शरीर के लिए ज़रूरी पोषक तत्व है। ये एक फैट सॉल्युबल विटामिन है और एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट भी। विटामिन-ई शरीर के टिशु को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है। क्यूंकि फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं, टिश्यू और अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। तो आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि विटामिन इ किसमें पाया जाता है? क्या है इसकी कमी से होने वाले लक्षण और क्यूँ है ये स्वास्थ्य के लिए इतना ज़रूरी?)

क्या आप जानते है कि हमारा शरीर विटामिन नही बनाता। इसलिए इसकी पूर्ति हमें खाद्य पदार्थों से करनी होती है। जी हां, हमारा शरीर किसी प्रकार का कोई भी पोषक तत्व नही बनाता। इसलिए ज़रूरी है कि हम हेल्थी आहार का सेवन अपनी डाईट में शामिल करें। हमारे शारीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने एवं विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए। ज़रूरी है विभिन्न महत्वपुर पोषण का सेवन। 

पोषण युक्त आहार सी हमें तरह तरह के पोषक तत्व प्रदान नहीं करता। इससे हमारी कई क्रियाएं जैसे रक्तचाप, हीमोग्लोबीन, मानसिक स्वास्थ्य, बीपी, मैटाबोलिज़्म , इम्यूनिटी में भी सहायता होती है। इसलिए आपको रोजाना हेल्थी आहार का सेवन करना चाहिए। 

शरीर की इम्यूनिटी जब बेहतर और मजबूत होती है। तो शरीर भी स्वस्थ रहता है। एवं गंभीर समस्याओं से भी बचाव बना रहता है। लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि आप हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसम के फल एवं ड्राइ फ्रूट्स आदि का सेवन रोजाना करें। और जंक फूड से जितना हो दूरी बनाएँ। 

अब सवाल ये है की विटामिन इ पाने के लिए किन पदार्थों का सेवन करना उचित होगा? क्या है विटामिन इ की कमी से होने वाले लक्षण?क्यू है ये हमारे शरीर के लिए इतना ज़रूरी? तो चलिए जानते है इन सभी सवालों के जवाब इस लेख में...!!!

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क्यूँ विटामिन इ है ज़रूरी:

  • हृदय की समस्या में 
  • विटामिन-ई हृदय संबंधित समस्या के लिए लाभकारी हो सकता है। एक शोध के अनुसार विटामिन-ई का सेवन हृदय संबंधी गंभीर बीमारियों का जोखिम कम कर सकता है। 

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  • कैंसर की समस्या में 
  • एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, विटामिन-ई में एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं। जो कैंसर संबंधी समस्या में राहत पैदा कर सकता है। हालांकि ये कैंसर का सटीक इलाज नही है। इसीलिए एक बार आप डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेलें।

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  • त्वचा संबंधी समस्या में
  • विटामिन-ई त्वचा समस्या के लिए भी लाभकारी हो सकता है। कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट में भी विटामिन-ई का उपयोग किया जाता है। एक शोध के अनुसार, यह त्वचा की समस्या जैसे – जेरोसिस (Xerosis) यानी त्वचा के रूखेपन की समस्या, एटॉपिक डर्मेटाइटिस (Atopic Dermatitis) यानी त्वचा पर खुजली व सूजन की समस्या और अल्सर जैसी परेशानियों से राहत दिला सकता है। 

  • आँखों के लिए 
  • बढ़ती उम्र के साथ कुछ नेत्र संबंधी समस्या जैसे एज रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन (Age-related macular degeneration-AMD) और मोतियाबिंद अंधेपन का कारण बन सकते हैं। विटामिन-ई इस समस्या से आपक राहत दिलाता है। माना जाता है कि एंटीऑक्सीडेंट, जिंक और कॉपर के साथ विटामिन-ई के सप्लीमेंट एएमडी से पीड़ित व्यक्तियों में अंधेपन के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। 

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  • इम्यूनिटी बेहतर बनाने के लिए 
  • विटामिन-ई इम्यूनिटी बहतर बनाने और मजबूत करने में भी मदद कर सकता है। यह वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाव करने में भी आपकी मदद कर सकता है । खासकर, वृद्धों के लिए यह काफी लाभकारी हो सकता है। इम्युनिटी के लिए विटामिन-ई एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। 

     

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    विटामिन इ के फायदे तो आप जान गए। अब हम जानेंगे कि ये किन पदार्थों के सेवन से प्राप्त होता है। 

     

    इन पदार्थों से मिलता है विटामिन इ:

  • ड्राइ फ्रूट्स 
  • ड्राइ फ्रूट्स को पोषक तत्वों का खज़ाना कहते हैं। इसमें आपको विभिन्न प्रकार के न्यूट्रीऐन्ट भरपूर मात्रा में मिल जाएंगे। ड्राइ फ्रूट्स का नियमित सेवन आपके शरीर के लिए गुड़कारी होता है। साथ ही ये आपको अन्य गंभीर समस्याओं से भी बचाता है। जैसे हृदय की समस्या, बीपी की समस्या, वज़न की समस्या, कॉलेस्ट्रॉल की समस्या, हड्डियों की समस्या आदि। 

  • आवोकाडो 
  • आवोकाडो में विटामिन इ की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसीलिए विटामिन इ की पूर्ति के लिए इसका सेवन उत्तम विकल्प होता है। इसका सेवन इम्यूनिटी को बेहतर करने के लिए भी किया जाता है। 

    इसे खाने का तरीका-

  • एवोकाडो को छीलकर और उसका बीज निकालकर सीधे खाया जा सकता है।
  • सैंडविच पर बटर के बदले एवोकाडो को मैश करके खा सकते हैं।
  • एवोकाडो की स्मूदी का सेवन भी किया जा सकता है।
  •  

  • बीजों का सेवन 
  • शायद आप में से कई लोग ये नही जानते होंगे कि कुछ बीज के अंदर भी विटामिन इ की भारी मात्रा पाई जाती है। जी हां, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज, चिया के बीज, अलसी के बीज आदि में विटामिन इ कूट कूट कर भरा होता है। 

    इन बीजों को आप रोस्ट करके भी खा सकते हैं। याद रहे कि आप इनका सेवन छीलकर ही करें; वरना आपको पेट दर्द एवं उलटी की समस्या भी हो सकती है। 

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  • पीनट बटर 
  • पीनट बटर का सेवन ज़्यादातर लोग वज़न बढ़ाने के लिए करते हैं। कई जिम जाने वाले लोग भी इसका सेवन शेक के साथ करते हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि इसके सेवन से आपको विटामिन इ की मात्रा भी प्राप्त होती है। 

    जी हां, पीनट बटर में भरपूर मात्रा में विटामिन इ मौजूद होता है। तो अगर आप इसके शौकीन है। तो इसका आप सेवन रोज़ाना कर सकते हैं। आप इसे शेक के साथ, सेन्डविच के साथ,या सीधा भी खा सकते हैं। 

    • एप्रीकोट 

    एप्रीकोट यानि सूखे खुबानी। आपको बता दें कि एप्रीकोट में विटामिन इ की बेहतरीन मात्रा मौजूद होती है। तो इसका सेवन आपके शरीर में इसकी पूर्ति कर सकता है। एप्रीकोट का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए भी किया जा सकता है। 

     

    एप्रीकोट का सेवन आप सलाद के साथ भी कर सकते हैं। 

     

  • कीवी 
  • कीवी महंगे फलों में से एक है। इसलिए इसका सेवन करने से कई लोग दूरी भी बनाते हैं। लेकिन इसके दामों की जगह अगर आप इसके सेवन के फायदे देखेंगे; तो आपको इसके दाम अखरेंगे नही। कीवी का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उत्तम विकल्प माना जाता है। लेकिन  क्या आपको पता  है कि कीवी के अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन इ मौजूद होता है।

     रोजाना एक कीवी का सेवन आपके शरीर को अद्भुत फायदे प्रदान कर सकता है। 

     

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    विटामिन इ की कमी से होने वाली समस्या:

  • इसमें पाचन तंत्र में सूजन की समस्या हो सकती है
  • तंत्रिका और मांसपेशियों की समस्या भी हो सकती है।
  • देखने की क्षमता में कमी आ सकती है।
  • विटामिन ई की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली भी कमजोर हो सकती है
  •  

    किस वर्ग के लिए कितनी ज़रूरी है विटामिन इ की मात्रा:

    उम्र/ वर्ग 

    औसत मात्रा प्रतिदिन (mg)

    जन्म से - 6 महीने  तक 

    7-12 महीने के लिए 

    5 

    1-3 साल तक के लिए 

    6 

    4-8 साल तक के लिए 

    7 

    9-13 साल तक के लिए 

    11 

    14-18 साल तक के लिए 

    15 

    अडल्ट के लिए 

    15 

    गर्भवती महिला 

    15 

    स्तनपान करने वाली महिला 

    19 



    विटामिन इ की कमी में दिखने वाले लक्षण:

  • मांसपेशियों में दर्द एवं कमज़ोरी
  • शरीर का सुन्न हो जाना या झुनझुनी होना 
  • चलने में परेशानी आना 
  • आँखों से संबंधित समस्या 
  • इम्यूनिटी कमज़ोर होना 
  •  

    निष्कर्ष: (Conclusion)

    विटामिन इ की मात्रा आप कई खाद्य पदार्थ के सेवन से पूरी कर सकते हैं। मगर याद रहे कि अगर आप हेल्थी आहार का सेवन करेंगे। तभी आपको  विटामिन इ और बाकी सभी पोषण भरपूर तरीके से मिल पाएंगे। हेल्थी आहार के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है एवं जल्दी बीमार नही पड़ता। क्यूंकि विटामिन इ इम्यूनिटी को भी बेहतर बनाता है। तो इसकी भरपूर मात्रा शरीर में मौजूद होने से आप बीमारियों को चपेट में भी नहीं आएंगे। 

    आप अपने हेल्थी आहार में हरी सब्जियां, डाल, मौसम के फल, ड्राइ फ्रूट्स आदि शामिल कर सकते है। साथ ही सुबह आप चिया के बीज का पानी भी पी सकते हैं, ये आपके शरीर से खराब मल को निकलने में आपकी सहायता करता है। दोपहर या शाम के वक्त स्नैक्स में आप ड्राइ फ्रूट्स को रोस्ट करके भी खा सकते हैं। या फिर आप रोस्टेड बीजों का सेवन भी कर सकते हैं। 

    हेल्थी आहार के साथ साथ नियमित व्यायाम की आदत भी उत्तम जीवनशैली की पहचान है। इसलिए इसे भी आप दैनिक रूप से शुरू कर दें। नियमित व्यायाम मानसिक विकास को बेहतर बनाता है। विटामिन इ की भरपूर मात्रा के लिए आप Healthy Master के पदार्थ भी आज़मा कर देख सकते हैं। 

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